Finger Millet (Ragi) essential diet for today

रागी भारत के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर उगाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण मिलेट है। रागी  सबसे पौष्टिक और स्वस्थ अनाज में से एक है। अक्सर, आपने भी ऐसा सुना होगा की दूध के सेवन से हड्डियों को मजबूती मिलती है। साथ ही आपने यह भी सुना होगा की दूध के साथ कुछ पौष्टिक पदार्थ मिलाकर पिने से शरीर को ज्यादा मात्रा में ताकत मिलती है।  हम आज बात करेंगे रात के समय दूध में रागी मिलाकर पीने के क्या फायदे है।

जैसा की आप सभी को यह बात विदित है की दूध हमारे शरीर के लिए एक अमृत वरदान से कम नहीं है क्योंकि, दूध में पाए जाने वाली विटामिन्स, मिनरल्स और अनेक तत्व हमारे शरीर की ऊर्जा एवं विकास के लिए बहुत ही गुणकारी एवं लाभदायी है। विशेषज्ञों के अनुसार दूध सेवन करने का सही समय रात को सोने से पहले बताया जाता है।

इसके अलावा दूध के साथ प्रायः कुछ ना कुछ पौष्टिक पदार्थ मिलाकर पीने की सलाह दी जाती है। ताकि दूध से मिलने वाली शक्ति में वृद्धि हो और शरीर को भरपूर मात्रा में आवश्यक पौष्टिक तत्व मिल पाए। हम सभी जानते हैं कि रागी का उपयोग देशभर में बहुत से व्यंजनों के अंदर किया जाता है।

अक्सर दूध के साथ हल्दी, शहद, शिलाजीत और भी अनेको सामग्री मिलाकर सेवन किया जाता है आज के भाग-दौड़ से भरी जिंदगी में फास्ट-फूड, ऑयली फूड्स और असमय खाना, पर्याप्त निद्रा ना मिल पाना ये सब के कारण मानव शरीर का सही से विकास नहीं हो पाता है। ऐसे समय में शरीर को पर्याप्त मात्रा में आवश्यक पौष्टिक तत्व पूर्ति के लिए रागी को दूध के साथ मिलाकर सेवन करने के लिए विशेषज्ञों द्वारा सुझाया गया है।

रागी, एक तरह का अनाज या घास के परिवार से जुड़ा है। जो आवश्यक पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है। विशेषज्ञों ने यह पाया है की रागी का सेवन इम्यूनिटी और स्वस्थ ह्रदय का विकास एवं आतंरिक शक्तियों का संचार के लिए जाता है। यही नहीं रागी के जरिए वजन घटाने और रक्त शर्करा का स्तर संतुलित रखना भी आसान हो जाता है। इसके अलावा यह आपकी कॉग्निटिव स्किल्स को भी बेहतर करता है।

रागी के फायदेः

रागी को गुणों और पोषक तत्वों का खजाना भी कहा जाता है। इसके अंदर आपको प्रोटीन, फाइबर, फैट, विटामिन सी, ई, बी आदि पाए जाते हैं। इसके अलावा रागी के अंदर कई यौगिक पदार्थ भी होते हैं जैसे, राइबोफ्लेविन, नियासिन और फोलिक एसिड, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और फास्फोरस आदि। इसके यह गुण हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद तो हैं।

रागी का सेवन कब और कैसे लिया जायेः

रागी के अंदर प्रोटीन और जटिल कार्बोहाइड्रेट होता है। जिन्हें पाचन प्रक्रिया के दौरान पचने में समय लगता है। यही कारण भी है जिसकी वजह से इसके सेवन के बाद आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती और आपका पेट भरा रहता है। हालांकि विशेषज्ञ रात के समय रागी से बने व्यंजनों से दूरी बनाकर रखने की सलाह देते हैं।

ऐसा इसलिए क्योंकि रात के समय इसके सेवन से गैस की समस्या हो सकती है। यह इसलिए होता है क्योंकि जठरांत्र संबंधी अम्ल दिन में ही सक्रिय रहते हैं। इसलिए दिन में रागी के अंदर मौजूद पोषक तत्व शरीर में अच्छी तरह से मिल जाते हैं।

एक्सपर्ट का मानना है कि रात के समय होल सम रागी का सेवन नहीं करना चाहिए। हालांकि वह यह भी कहते हैं कि रात के समय में कम मात्रा में रागी का सेवन दूध के साथ करने से आपकी नींद बेहतर होती है, मस्तिष्क बेहतर ढंग से काम करता है, कॉग्निटिव स्किल्स बेहतर होती है, वजन घटाने में मदद करता है और मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर करता है। वहीं दूध और रागी में मौजूद प्रोटीन और फैट आपको रिलैक्स करने का काम करता है और आपकी नींद बेहतर होती है।

आपको बता दें कि दूध के सेवन से आपके शरीर में ट्रिप्टोफेन नामक पदार्थ रिलीज होता है जो सेरोटोनिन लेवल को बेहतर करता है। वहीं जब आप रागी को दूध के साथ मिला लेते हैं तो यह आपको स्ट्रेस, डिप्रेशन, और मूड स्विंग्स को ठीक करता है और मस्तिष्क के संपूर्ण स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाता है।

यही नहीं अगर आप वजन घटाने के लिए कोई पेय पदार्थ ढूंढ रहे हैं या रात के समय आपको बूख लगती है तो भी आपको रागी और दूध को आजमाना चाहिए। बस ध्यान रहे कि इसका सेवन आप सोने से कम से कम 2 घंटे पहले करें। तभी आप इसके लाभ ले पाएंगे।

Table No. 1 : Nutritional composition of Ragi

SN Particular Percentage (per 100 gm)
1 Protein 6–9%
2 Carbohydrates 70–75%
3 Dietary fiber 18–22%
4 Minerals 2.5–4.0%
5 Calcium 345mg
6 Potassium  410mg
7 Fat content 1.34%
8 Energy 338 KCal
10 Phytates 0.48%
11 Tannins 0.61%

Source: Rakhi Yadav (2016)

सबसे पहले आप 2 चम्मच रागी का आटा ले और इसें एक पैन में डाले और आधा कप पानी डालें। इसे 20 मिनट तक पकाएं। जब यह गाढ़ा हो जाए तो इसमें गुड़ या चीनी मिलाएं। इसके बाद अंत में आधा कप दूध ले आप इसमें स्किमड मिल्क का भी उपयोग कर सकते हैं। अब इस मिश्रण को पकाएं और गर्म गर्म ही सेवन करें।


Authors

इंजीनियर पूजा साहू

सीनियर रिसर्च फैलो

कृषि प्रसंस्करण और खाद्य इंजीनियरिंग

एसवीसीएईटी और आरएस, एफएई, आईजीकेवी, रायपुर-492012

ईमेल: This email address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it.

 

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